Shodashi - An Overview
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Shodashi’s mantra encourages self-discipline and mindfulness. By chanting this mantra, devotees cultivate larger Management more than their thoughts and actions, bringing about a more conscious and purposeful method of lifestyle. This gain supports individual progress and self-self-control.
वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—
सच्चिद्ब्रह्मस्वरूपां सकलगुणयुतां निर्गुणां निर्विकारां
साम्राज्ञी चक्रराज्ञी प्रदिशतु कुशलं मह्यमोङ्काररूपा ॥१५॥
After 11 rosaries on the main day of starting Together with the Mantra, you may convey down the chanting to at least one rosary a day and chant 11 rosaries about the 11th day, on the last day of your chanting.
ह्रींमन्त्राराध्यदेवीं श्रुतिशतशिखरैर्मृग्यमाणां मृगाक्षीम् ।
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
लक्ष्या मूलत्रिकोणे गुरुवरकरुणालेशतः कामपीठे
या देवी हंसरूपा भवभयहरणं साधकानां विधत्ते
The Tripurasundari temple in Tripura point out, domestically called Matabari temple, was very first Established by Maharaja Dhanya Manikya in 1501, although it was likely a spiritual pilgrimage web page For numerous centuries prior. This peetham of power was initially intended to certainly be a temple for Lord Vishnu, but as a result of a revelation which the maharaja had in a very desire, He commissioned and installed Mata Tripurasundari in its chamber.
If you're chanting the Mantra for a particular intention, generate down the intention more info and meditate on it five minutes just before commencing With all the Mantra chanting and 5 minutes following the Mantra chanting.
सर्वोत्कृष्ट-वपुर्धराभिरभितो देवी समाभिर्जगत्
॥ ॐ क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं श्रीं ॥
पञ्चब्रह्ममयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥५॥